Saturday, April 26, 2008

अगर स्कूल न होता !

अगर स्कूल न होता तो हम कैसे पढ़ते?
रोज नए साथियों के संग खेल हम कैसे करते ?
क ख ग ,ABCD से हम अनभिज्ञ ही रहते !
१,२,३,४,गाकर मैडम हमे कहाँ सुनाती?
प्यारी मैडम की अच्छी बाते हमको बहुत लुभाती
अगर स्कूल न होता तो मम्मी राजा बेटा कहकर हमको रोज सुबह न उठाती,
पढ़ लिख कुछ बनने का ज्ञान हमे न दिलाती,
लेकिन यदि इस्कूल न होते तो मौज मे रहते,खेलते,गुल्ली,ड़नड़ा और दिनभर खेल मे रहते,
सीखते बस खेल,प्यार अपनापन पर न अक्षर ज्ञान hum kar pate यदि स्कूल न होते to भइया तो हम निरक्षरहीररह्जाते!

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